स्त्री मेरे भीतर औरत मेरे भीतर शीर्षक से पंजाबी में प्रकाशित हो गई है पंजाबी में इसका अनुवाद जाने माने कविऔर प्रतिमान के संपादक अमर जीत कौंके ने तथा इसका प्रकाशन प्रतीक प्रकाशन पटियाला ने किया है
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पवन करण की दुनिया
2 comments:
badhai ho aap ko
..बधाई....
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