Friday, October 2, 2009

मेरे अन्दर की औरत

स्त्री मेरे भीतर का उड़िया अनुवाद प्रकाशित हो गया है इसे उड़िया की महत्वपूर्ण कवियत्री डॉ अपर्णा महंती ने अनुदित किया है और इसके प्रकाशक हैं ज्ञान्युग पब्लिकेशन भुबनेश्वर उडीसा

1 comment:

सुशील छौक्कर said...

यह तो बहुत ही खुशी की बात है जी। वैसे हमने तो हिंदी में पढ ही चुके है।